आपकी भाषा, आपकी बात।
जनभाष
भारत जैसी विविधता भरी भूमि में, भाषा किसी के लिए भी ज्ञान, अवसर या अभिव्यक्ति की रुकावट नहीं होनी चाहिए। लेकिन आज ज़मीनी और ज़रूरी जानकारी — जैसे सरकारी योजनाएं, नीतिगत रिपोर्ट्स, साहित्य, और पत्रकारिता — अक्सर केवल अंग्रेज़ी में या बिखरे हुए स्थानीय बोलियों में उपलब्ध होती है। इसका नतीजा ये होता है कि आम लोगों तक यह जानकारी नहीं पहुँच पाती।
इंटरनेट पर बहुत कुछ है — लेकिन क्या वो आपकी भाषा में है?
हम यहाँ हैं क्योंकि हमें लगता है:
भारत में सैकड़ों भाषाएँ और बोलियाँ हैं, लेकिन डिजिटल दुनिया में अंग्रेज़ी का वर्चस्व है। इसकी वजह से महत्वपूर्ण जानकारी सीमित लोगों तक ही पहुँचती है और असंख्य आवाज़ें अनसुनी रह जाती हैं।
हम इसे बदलना चाहते हैं।
ज्ञान पर सबका हक़ है, भाषा की परवाह किए बिना।
हम आपके लिए लाते हैं:
- ✅ आसान भाषा में ज़रूरी जानकारी
- ✅ काम की खबरें और कहानियाँ
- ✅ वो बातें जो अक्सर अनसुनी रह जाती हैं
क्यों?
हम एक ऐसे भारत की कल्पना करते हैं जहाँ किसी की भाषा उसके ज्ञान पाने के अधिकार में बाधा न बने।
भाषा दीवार नहीं, सेतु होनी चाहिए।
पढ़िए, समझिए, और साझा कीजिए — अपनी भाषा में।